नया साल

01-01-2023

नया साल

डॉ. जियाउर रहमान जाफरी (अंक: 220, जनवरी प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

नया साल का भी हो आना मुबारक
जो गुज़रा है वो भी ज़माना मुबारक
ग़ज़ल-गीत तब हो सुनाना मुबारक
बदल जाए जब यह ज़माना मुबारक
कहानी मुबारक फ़साना मुबारक
मिले सबको जब यह ठिकाना मुबारक
हर इक साल आना और जाना मुबारक
मगर वो तुम्हारा बहाना मुबारक
चलो साथ पीना और खाना मुबारक
हमें फिर नज़र से गिराना मुबारक
वो वादे मगर वो निभाना मुबारक
शहर में तेरा आबोदाना मुबारक
मेरा सबसे हँसना हँसाना मुबारक
तुम्हारा है फ़न दिल जलाना मुबारक
हो अपना पराया बेगाना मुबारक
नए साल का आना-जाना मुबारक

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

पुस्तक समीक्षा
साहित्यिक आलेख
बाल साहित्य कविता
स्मृति लेख
बात-चीत
पुस्तक चर्चा
किशोर साहित्य कविता
नज़्म
ग़ज़ल
कविता
कविता - क्षणिका
किशोर साहित्य कहानी
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में