नदी समय है या . . . 

15-09-2025

नदी समय है या . . . 

नीरजा हेमेन्द्र (अंक: 284, सितम्बर द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

समय नदी है
या नदी समय
हम बह रहे हैं समय की नदी में
देख रहे हैं नदी साँसें लेती है
समय नहीं
ऋतुएँ किसी के लिए नहीं रुकतीं
अभी-अभी आया था वसंत
अब पतझड़-सा सन्नाटा
नदी बह रही है समय के साथ
समय और नदी मिल कर बह रहे हैं
पतझड़ ठहर गया है। 

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