तमाचा

कपिल कुमार (अंक: 270, फरवरी प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

अंतरिक्ष के हाथ से जैसे ही मोबाइल नीचे गिरा, उर्मिला ने उसके मुँह पर एक ज़ोरदार तमाचा जड़ दिया। तमाचा लगते ही अंतरिक्ष की आँखों से आँसू बहने लगे। तभी पास में खड़े हुए बृजेश ने उर्मिला की तरफ़ देखते हुए कहा, “बड़ी सस्ती क़ीमत है, अंतरिक्ष की।” 

उर्मिला ने कहा, “मैं, कुछ समझी नहीं।” 

बृजेश बोला, “आठ हज़ार रुपये के फ़ोन के लिए बच्चे को तमाचा जड़ दिया, इसका मतलब लड़‌के की क़ीमत आठ हज़ार से कम है।” 

बृजेश की यह बात सुनकर, उर्मिला एकदम से सन्न रह गई और उसकी आँखों से आँसू निकल आये एवं उसने अंतरिक्ष को गोद में उठाकर गले से लगा लिया। 

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