चलो चलें उस पार, प्रेयसी

15-01-2023

चलो चलें उस पार, प्रेयसी

कपिल कुमार (अंक: 221, जनवरी द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

चलो चले उस पार, प्रेयसी
समुद्र को लाँघ—
जहाँ, गोधूलिबेला में
डूबता सूरज
प्रतीत होता है, 
मुँडेर पर रखे
किसी दीपक में
जलती कोई बाती, जैसे—
चलो चलें उस पार, प्रेयसी! 

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