नदियाँ भी क्रांति करती हैं
कपिल कुमार
नदियाँ भी क्रांति करती हैं
उनकी क्रांति नहीं होती
किसी विचारधारा के विरुद्ध
नदियाँ नहीं जानती
कम्यूनिस्ट, राइट या लेफ़्ट में अंतर
वह सींचती हैं
सभी के खेतों को।
नदियाँ नहीं पूछतीं
दो किनारों को जोड़ने वाले मल्लाहों से
उनका धर्म-सम्प्रदाय
नदियाँ नहीं पूछतीं
अस्थियों से
या अस्थियाँ सिलाने वालों से
उनकी जाति।
नदियाँ भी क्रांति करती हैं
किन्तु अलग रूप में
वह दुबारा आना चाहती हैं
जब अपने पूर्व-स्वरूप में।
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