कल्पना और यथार्थ

15-04-2023

कल्पना और यथार्थ

कपिल कुमार (अंक: 227, अप्रैल द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

बस! 
मेरी कविताएँ
कल्पनाओं के समुंदर में 
गोते लगाती हैं
मैं यथार्थ में। 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

कविता
कविता - हाइकु
लघुकथा
कविता-ताँका
कविता - क्षणिका
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में