जब आप किसी समस्या में हो . . .
प्रवीण कुमार शर्माजब आप किसी समस्या में हो
तो यक़ीन मानिए कि
उस समस्या से लड़ाई
ख़ुद को ही लड़नी है।
दूसरे आपको सलाह दे सकते हैं
मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं
और ज़्यादा से ज़्यादा सांत्वना दे सकते हैं।
अगर पैर में कहीं काँटा चुभ जाए
तो उससे होने वाले दर्द को
हमें ख़ुद ही महसूस करना है।
लोग उस काँटे वाली जगह को
कुरेदते रहेंगे
कुछ बेरहमी दिखाएँगे
तो कुछ आहिस्ता से कुरेदेंगे।
जब तक कि वह काँटा निकल नहीं जाता
हमारा काँटा कुरेदा जाता रहेगा
लेकिन उससे होने वाले दर्द को
हमें ख़ुद ही महसूस करना है।
इसलिए जीवन सार यही है
ख़ुद के काँटे को ख़ुद ही निकालो
क्योंकि इस प्रक्रिया में भी अपना एक मज़ा है
ख़ुद ही अपने पैर में लगे काँटे को कुरेदो
और ख़ुद ही वह दर्द सहन करो।
इससे दर्द सहन करने और
समस्या से जूझने का
बहुमूल्य पारितोषिक 'अनुभव' प्राप्त होगा॥
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