है ख़ाली अभी सर में सौदा नहीं है 

01-04-2023

है ख़ाली अभी सर में सौदा नहीं है 

कु. सुरेश सांगवान 'सरू’ (अंक: 226, अप्रैल प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

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है ख़ाली अभी सर में सौदा नहीं है 
न पूछो मेरा हाल अच्छा नहीं है 
 
बड़ा हो गया अब ये बच्चा नहीं है 
किसी बात से दिल बहलता नहीं है 
 
कई बार नाकाम कोशिश की मैंने 
मगर दिल किसी से लगाया नहीं है 
 
सुनाता फिरे है ज़माने को जबरन 
मेरे रू-ब-रू बात रखता नहीं है 
 
खिला ही रहेगा अभी फूल कुछ दिन 
अभी डाल से फूल टूटा नहीं है 
 
चढ़ेगा समय की दीवारों पे जल्दी 
पकड़ लो अभी चाँद ऊँचा नहीं है 
 
सभी काटते हैं सफ़र अपना अपना 
यहाँ तो कोई भी किसी का नहीं है 
 
ख़ुशी से हुए हैं अजी हम तो पागल 
किसी ने दीवाना बनाया नहीं है 
 
ये राहे मुहब्बत न आसान समझो 
बहुत ख़ास है आम रस्ता नहीं है

1 टिप्पणियाँ

  • 27 Mar, 2023 07:04 PM

    खिला ही रहेगा अभी फूल कुछ दिन अभी डाल से फूल टूटा नहीं है वाह वाह क्या बात है क्या खूब फ़रमाया है हुजूर सरू जी

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