कहो इश्क़ का आस्ताना कहाँ है

01-05-2021

कहो इश्क़ का आस्ताना कहाँ है

कु. सुरेश सांगवान 'सरू’ (अंक: 180, मई प्रथम, 2021 में प्रकाशित)

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कहो इश्क़ का आस्ताना कहाँ है
झुका देंगे ये सर झुकाना कहाँ है
 
जहाँ भी रहेंगे बिखेरेंगे खुशियाँ
न बूझो हमें मुस्कुराना कहाँ है
 
मुहब्बत का ये गीत गाना कहाँ है 
बता चाहतों का ज़माना कहाँ है 
 
हुनर जानता है यहाँ हर सितारा 
उसे मत बता झिलमिलाना कहाँ है
 
अगर हद है कोई तो वो भी बता दो
ख़यालों का पंछी उड़ाना कहाँ है
 
इबादत मुहब्बत ज़रूरत या दौलत
 बता बंदगी का ठिकाना कहाँ है
 
तुम्हीं ज़िंदगी हो तुम्हीं आशिक़ी हो
 तुम्हें छोड़कर और जाना कहाँ है

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