कोई दिवस

15-09-2023

कोई दिवस

शैलेन्द्र चौहान (अंक: 237, सितम्बर द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

कुछ लोग सदैव स्मृति में रहते हैं
किसी न किसी बहाने आती है उनकी याद जब तब
कुछ घटनाएँ, बातें, दृश्य, चित्र, स्थान
किसी निश्चित दिन, तारीख़, समय पर याद करना सायास
एक औपचारिकता, दबाव और दिखावा भी हो सकता है
चलो इस बहाने याद कर लिया
पूरी हुई रस्म
ढोल धमाके से भरपूर
अगले वर्ष फिर करेंगे याद
तब तक गुड बाय

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