हिंदी दिवस

01-10-2022

हिंदी दिवस

शैलेन्द्र चौहान (अंक: 214, अक्टूबर प्रथम, 2022 में प्रकाशित)

उन्होंने हिंदी दिवस मनाया
हिंदी का जयघोष किया 
आँकड़े बताए
कंप्यूटर के लिए सर्वाधिक उपयुक्त माना
देश और समाज की उन्नति में सर्वथा सहायक
 
अभिमान और गौरव से
सीना फुलाया
दुंदुभि बजाई
जोश ही जोश था
देश-विदेश में
सब बोलें हिंदी यह अपेक्षा थी
 
बस एक दिन की बात थी
अतिरंजना साथ थी
औपचारिकता पूरी हुई
यूँ होता है हर दिन कोई एक दिवस
मनाया जाता है इसी तरह
 
अवसर था
कविता संगोष्ठी सपन्न हुई
जो कवि थे वे ही श्रोता थे
जो श्रोता थे सब कवि थे
इक्का-दुक्का छोड़कर
जो व्यवस्था में सहायक थे
वे ही हिंदी के असल उन्नायक थे। 

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