सजग रहो

नरेंद्र श्रीवास्तव (अंक: 153, अप्रैल प्रथम, 2020 में प्रकाशित)

कोरोना से हो परेशान।
सभी हो रहे हैं हलाकान॥

 

बाहर कर्फ़्यू, सब लाचार।
घर में है पूरा परिवार॥

 

सूनी सड़क, गली,मोहल्ला।
नहीं शोर, ना हल्ला-गुल्ला॥

 

टी.वी, हो या हो अख़बार।
कोरोना का ही समाचार॥

 

सजग रहो, निर्देश निभाओ।
सुरक्षा के उपाय अपनाओ।

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