हलधर नाग का काव्य संसार

हलधर नाग का काव्य संसार  (रचनाकार - दिनेश कुमार माली)

प्रथम सर्ग

 

झूठ से नर्क
झूठ बोलने से बढ़ता है धन,
धन बढ़ने से बढ़ता है मन।
मन बढ़ने से बढ़ता भोग,
भोग बढ़ने से बढ़ता रोग।
रोग बढ़ने से जाती जान
जान गई तो मिलता नरक स्थान।

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