वह और मैं
डॉ. आरती स्मित(प्रेषक: अंजु हुड्डा)
वह और मैं
उसकी दुनिया में बहुत लोग हैं
घर के अंदर/बाहर
वह घिरी है
तमाम रिश्तों से /भावों से
मेरी दुनिया में सिर्फ़ वह है
तमाम रिश्तों का/भावों का समुच्चय
मेरी माँ!
मेरे समस्त एहसासों की केंद्रबिंदु।
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