जय श्री राम 

15-01-2024

जय श्री राम 

सुषमा दीक्षित शुक्ला  (अंक: 245, जनवरी द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

राम जी अवध में आये आज झूमो गाओ रे। 
होली दिवाली आज संग संग मनाओ रे। 
दिल के दिये आज दिल से जला दो रे। 
चारों ओर रोशनी से अँगना सजा दो रे। 
 
पूरा हुआ आज देखो फिर बनवास है। 
नफ़रतों से जीतकर आयी मिठास है। 
गली गली फैला मेरे राम का प्रकाश है। 
पूरा हुआ आज देखो फिर बनवास है। 
 
फूल बरसाओ आज जग महका दो रे। 
चारों ओर रोशनी से अँगना सजा दो रे। 
राम जी अवध में आये आज झूमो गाओ रे। 
होली दिवाली आज संग संग मनाओ रे। 
 
झूठ सारे मिट गए साँच पे न आँच है। 
सरयू भी झूमती भोले का नाच है।
हनुमत का पूरा हुआ आज उपवास है। 
पूरा हुआ आज देखो फिर बनवास है। 
 
दिलोजाँ से रूह तक राह में बिछा दो रे। 
चारों ओर रोशनी से अँगना सजा दो रे। 
राम जी अवध मेंआज झूमो गाओ रे। 
होली दिवाली आज संग संग मनाओ रे।

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