कैसे जी रहा है

01-07-2024

कैसे जी रहा है

मंजु आनंद (अंक: 256, जुलाई प्रथम, 2024 में प्रकाशित)


Kease Jee Raha Hai

हर कोई जी रहा है, 
कैसे जी रहा है, 
यह वो ही जानता है, 
दिन गुज़रता है कैसे, 
कैसे कटती है रात, 
यह वो ही जानता है, 
तुमसे कहता है, 
सब ठीक चल रहा है, 
कितने बिगड़े हैं हालात, 
यह वो ही जानता है, 
चाहता है बतलाना, 
हाल अपने दिल का, 
कितना बेदर्द ज़माना है, 
यह वो ही जानता है, 
कैसे जी रहा है, 
हर कोई जी रहा है। 

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