मुश्किल तो था लेकिन
डॉ. मनीष कुमार मिश्रामुश्किल तो था लेकिन गवारा कर लिया
हमने तुझसे थोड़ा सा किनारा कर लिया।
ये इल्म, अमल और तहज़ीब के मसाइल
इनसे ऊबा तो ख़ुद को आवारा कर लिया।
जब उजालों के तिलिस्म से डरने लगा तो
मुफ़लिसी में अँधेरों को सहारा कर लिया।
जो दुश्मन थे मेरे मगर वसूलों के पाबंद रहे
उन्हें अपना अज़ीज़ अपना प्यारा कर लिया।