गणतंत्र दिवस
वेद भूषण त्रिपाठीआह्वान भारत वर्ष का
गणतंत्र दिवस के नाम है।
गणराज्य भारत देश
वैश्विक महाशक्तिमान है।
कर्तव्य-पथ कर्तव्यनिष्ठा
शौर्यशक्ति का गुणगान है।
जहाँ वेश-भूषा नेक
और भाषा अनेक है।
सत्य अहिंसा प्रेम की
बहती जहाँ रस-धार है।
है अनेकता में एकता
समरसता की बहार है।
पर्वतों की शृंखलाएँ
शुभ्रता की ताज हैं।
शुद्धता के रूप में
बहती जहाँ जल-धार है।
जननी जन्मभूमि का
स्नेहपूर्ण शृंगार है।
प्राकृतिक समृद्धशाली
स्वच्छ भारत देश है।
भारतीय संस्कृति का
विश्व में सुप्रभाव है
आह्वान भारत वर्ष का
गणतंत्र दिवस के नाम है।
गणराज्य भारत देश
वैश्विक महाशक्तिमान है।
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