नियंत्रण नियति पर
डॉ. ममता पंतविभाजन की त्रासदी
तुम क्या जानो
पूछो उनसे
जो सदियों से
इस दर्द को झेलने हेतु विवश हैं
या फिर जबरन विवश कर दिए गए हैं . . .
हुक्मरानों ने तो कभी जानने की कोशिश ही नहीं की
या फिर
ज़रूरत ही नहीं समझी
आम जनता क्या चाहती है?
बस एक फ़ैसला सुना दिया
एक जी.ओ. निकाल दिया कि विभाजन की त्रासदी
तुम क्या जानो
पूछो उनसे
जो सदियों से
इस दर्द को झेलने हेतु विवश हैं
या फिर जबरन विवश कर दिए गए हैं . . .
हुक्मरानों ने तो कभी जानने की कोशिश ही नहीं की या फिर
ज़रूरत ही नहीं समझी
आम जनता क्या चाहती है?
बस एक फ़ैसला सुना दिया
एक जी.ओ. निकाल दिया कि
आपकी नियति पर भी हमने नियंत्रण कर लिया है . . .
कि विभाजन हो गया है . . . !!
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