नियंत्रण नियति पर

15-08-2022

नियंत्रण नियति पर

डॉ. ममता पंत (अंक: 211, अगस्त द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

विभाजन की त्रासदी
तुम क्या जानो
पूछो उनसे
जो सदियों से
इस दर्द को झेलने हेतु विवश हैं
या फिर जबरन विवश कर दिए गए हैं . . .
हुक्मरानों ने तो कभी जानने की कोशिश ही नहीं की 
या फिर
ज़रूरत ही नहीं समझी
आम जनता क्या चाहती है?
बस एक फ़ैसला सुना दिया
एक जी.ओ. निकाल दिया कि विभाजन की त्रासदी
तुम क्या जानो
पूछो उनसे
जो सदियों से
इस दर्द को झेलने हेतु विवश हैं
या फिर जबरन विवश कर दिए गए हैं . . .
हुक्मरानों ने तो कभी जानने की कोशिश ही नहीं की या फिर
ज़रूरत ही नहीं समझी
आम जनता क्या चाहती है?
बस एक फ़ैसला सुना दिया
एक जी.ओ. निकाल दिया कि 
आपकी नियति पर भी हमने नियंत्रण कर लिया है . . . 
कि विभाजन हो गया है . . . !!

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