(हास्य - सवैया)
नैनिन तिरीछे करि, सैनिन बतावति
मोटे मुछंदर पिया, गाँव के सिपहैया हैं,
एम.एल.ए., एम.पी., पहुँचि बतावति,
छोटे औ बड़े चोर, सबके ये भैया हैं,
इन तै डरे है, सारा गाम, परधान तक
रुष्ट हुए ये, तो राम ही रखैया हैं,
घर में है टी.वी., ए.सी., कार पै करत दौरा
कलिजुग के ये, थानेदारनी के सैंया हैं।।