श्री कृष्ण
आलोक कौशिकसत्य के रक्षक
अधर्म समापक
दुष्ट विनाशी
धर्म स्थापक
हैं सुदामा सखा
सुभद्रा पूर्वज
देवकीनंदन
वसुदेवात्मज
वो पार्थसारथी
गोप गोपीश्वर
अजेय अजन्मा
श्रीहरि दामोदर
प्रेम के पर्याय
परंतु वितृष्ण
वो राधावल्लभ
हैं वही श्री कृष्ण
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