चल! इम्तिहान देते हैं 

01-03-2025

चल! इम्तिहान देते हैं 

आलोक कौशिक (अंक: 272, मार्च प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

भय को भगाकर 
पंखों को फैला कर 
हौसलों को उड़ान देते हैं 
चल! इम्तिहान देते हैं 
 
तू नारी है या है नर 
दिखा अपना हुनर 
श्रेष्ठ को सम्मान देते हैं 
चल! इम्तिहान देते हैं 
 
सत्य को पकड़
चुनौतियों से लड़ 
ख़ुद को पहचान देते हैं 
चल! इम्तिहान देते हैं 
 
कर लें अपना कर्म
यही है हमारा धर्म
फल तो भगवान देते हैं 
चल! इम्तिहान देते हैं

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