मसअले मेरे सभी हल हो गए
इरफ़ान अलाउद्दीनबहरे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
2122 2122 212
मसअले मेरे सभी हल हो गए
जो क़रीबी थे वही शल हो गए
दूर रह कर पास रहते थे मेरे
यार मेरे सारे अड़ियल हो गए
दूरियाँ ही दूरियाँ है प्यार में
इश्क़ कर के आज हम कल हो गए
जो दिखाई दे रहे है आँख में
आँसु मेरे आज कलिमल हो गए
शल= असंवेदनशील
कलिमल= पाप,कलुष