मैं फ़रेबी हूँ जहाँ का

15-02-2023

मैं फ़रेबी हूँ जहाँ का

इरफ़ान अलाउद्दीन (अंक: 223, फरवरी द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

बहरे रमल मुसम्मन सालिम 
 
फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन 
 
2122       2122       2122        2122
 
मस'अला मेरा यही है मैं फ़रेबी हूँ जहाँ का 
तू चला जा छोड़ मुझ को बे-नियाज़ी हूँ जहाँ का 
 
कुछ नहीं है पास मेरे मैं तुझे क्या दूँ बता तू 
ख़्वाहिशें पुर कर नहीं सकता भिखारी हूँ जहाँ का
 
ख़्वाब मेरे हैं बड़े से हाथ में कुछ भी नहीं है
इस तरह से ज़िद्द ना कर मैं अड़ानी हूँ जहाँ का
 
कौन मेरे काम आया है यहाँ पर देख तू भी 
मैं अकेला हूँ खड़ा फिर भी मदारी हूँ जहाँ का
 
इन दिनों इक दाग़ है जाँ नाम मेरे इस जहाँ में 
तू चला जा छोड़ मुझ को मैं फ़रेबी हूँ जहाँ का
 

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