काम का है इश्क़ मेरे

15-02-2023

काम का है इश्क़ मेरे

इरफ़ान अलाउद्दीन (अंक: 223, फरवरी द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

बहरे रमल मुसम्मन महजूफ़
 
फ़ाइलातुन  फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
 
2122       2122       2122       212 

 

हाल दिल का मैं बताऊँगा रात भर यूँ ही तुझे 
काम का है इश्क़ मेरे समझ आया अब मुझे
 
दर्द दिल का कम हुआ है पास आ कर अब तिरे 
क्या सुनाऊँ क्या छुपाऊँ क्या बताऊँ मैं तुझे
 
दिल-ए-नादाँ तड़पता है रात भर तन्हा यहाँ 
आज आओ अनकही वो बात कहनी है मुझे
 
क्या इरादा है बताओ तुम ज़रा तो अब मुझे 
ग़ज़ल कह दूँ नज़्म कह दूँ क्या सुनाऊँ मैं तुझे

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