मस'अला तो है अना का

01-01-2023

मस'अला तो है अना का

इरफ़ान अलाउद्दीन (अंक: 220, जनवरी प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

2122     2122 
 
बदन लिए तू है फ़ना का 
मस'अला तो है अना का 
 
ज़ुर्म ऐसा क्या हुआ है
जो किया सौदा वफ़ा का
 
खेल था जो खेल लिए तुम
था इशारा वो जुदा का
 
क्या छुपाता आँख में तू 
क्या मस'अला है अना का
 
हार जाता हूँ बहस मैं 
रूख़ बदला है हवा का
 
चाट जो यूँ तुम रहे हो
मस'अला है वो रज़ा का
 
समझता हूँ मजबुरी मैं 
वक़्त है ये भी दुआ का

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