इश्क़ तेरा दर्द-ओ-ग़म दे गया 

15-09-2023

इश्क़ तेरा दर्द-ओ-ग़म दे गया 

इरफ़ान अलाउद्दीन (अंक: 237, सितम्बर द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

बहरे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
 
2122      2122      212 

इश्क़  तेरा  दर्द-ओ-ग़म  दे गया 
नींद आँखों की उड़ा कर ले गया
 
ये  सभी  वीरानियाँ  उस ने दी हैं 
वो   चराग़ों  से  उजाले  ले  गया
 
रात  भर बरसा है बादल  मेरे घर
मेरी  आँखों  में  वो आँसू दे  गया
 
शाहज़ादे  की  तरह  रहता था मैं 
इश्क़ उस का मेरी दौलत ले गया

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

ग़ज़ल
नज़्म
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में