मैं उसे यूँ ही मिला था कारवाँ में 

15-07-2023

मैं उसे यूँ ही मिला था कारवाँ में 

इरफ़ान अलाउद्दीन (अंक: 233, जुलाई द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

बहरे रमल मुसद्दस सालिम 
फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन
 
2122       2122       2122
 
मैं उसे यूँ ही मिला था कारवाँ में 
इश्क़ जैसा कुछ नहीं है दरमियाँ में
 
ये मुहब्बत इक छलावा है यहाँ पे
मैं वफ़ा करता नहीं हूँ जारियाँ में
 
दर्द-ओ-ग़म ने मुझे अब मार डाला 
साथ कोई भी नहीं है इम्तिहाँ में
 
इधर आ तू बात सुन मेरी ज़रा सी 
प्यार मिलता है नहीं दोस्त जहाँ में
 
मैं अकेला हूँ यहाँ पर इस जहाँ में
हमसफ़र मेरा नही है उस मकाँ में

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