दो किताबें हाथ में है

01-06-2023

दो किताबें हाथ में है

इरफ़ान अलाउद्दीन (अंक: 230, जून प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

बहरे रमल मुरब्बा सालिम 
फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन

 

2122 2122 
 
दो किताबें हाथ में है 
ख़्वाब मेरे राख में है
 
भागता हूँ दूर ख़ुद से 
धूल मेरी आँख में है
 
उस हवा से मैं डरा हूँ
पर मेरे अब काख़ में है
 
ख़्वाहिशें तो मर गयी है 
मौत मेरी ताक़ में है 
 
क्या तेरा है क्या मेरा है 
सब ख़ुदा के हाथ में है

~इऱफान_अलाउद्दीन

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

ग़ज़ल
नज़्म
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में