कहने दो
हिमानी शर्माबहुत कुछ किया है तुमने,
कुछ तो मुझे भी कहने दो,
क्यूँ इतना रहते हो मुझमें,
कुछ तो मुझे भी रहने दो।
ख़ुशी की आहट है तुम्हारा आना,
मुझे इसे भी थोड़ा सुनने दो,
अभी कुछ कुछ ही सुना है तुमको,
मुझे इस पल में ख़ुशियाँ चुनने दो।
बहाव का रुख़ मुड़ने पर,
मुझे अपने से भी बहने दो,
क़दम क़दम पर सँभाल रहे हो,
कुछ मुझे भी तो सँभलने दो।
मेरे सपने तुम्हारे सपनों में है,
मुझे ख़ुद भी पूरा करने दो,
समेट रहे हो मुझे आहिस्ता आहिस्ता,
मुझे थोड़ा और बिखरने दो।
खनक सी है तुम्हारी बातों में,
मुझे भी साथ में खनकने दो,
एक अरसे से हो रास्तों पर अकेले,
चलो अब मुझे भी साथ चलने दो।
बहुत कुछ किया है तुमने,
कुछ तो मुझे भी कहने दो,
क्यूँ इतना रहते हो मुझमें,
कुछ तो मुझे भी रहने दो।
6 टिप्पणियाँ
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Kya kah diya kuch dil ko chu liya tumne wah wah
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You have the art to express complex ideas in simpler amazing way❤️
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The words spell magic to my heart
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बहुत ही खूबसूरत रचना |
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Love your words!!❤️❤️
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Love your words!!❤️❤️
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