सब हिंदुस्तानी हैं
आनंद त्रिपाठी ‘आतुर’
देश भक्ति रग-रग में मिश्रित हम सब हिंदुस्तानी
अरे नमन करें गोरा बादल को जिनकी धन्य जवानी
राणा के रक्षा के ख़ातिर अपना जीवन गँवाया
काट शीश खिलजी दल का चंडी को भेंट चढ़ाया
अमर सितारा अमर रहेगा देश भूल न पायेगा
खिलजी के वंशज से एक एक मोल चुकाया जायेगा
माथ झुका हम नमन करें जो अपने वीर सेनानी हैं
देश भक्ति रग-रग में मिश्रित हम सब हिंदुस्तानी हैं।
इतिहास से हमने सीख लिया रण कौशल हो या घमासान
आज़ादी मुश्किल से मिलती ये होती न इतनी आसान
जौहर की ज्वाला से तपती है, ये मुंड माल से सजती है
अवसर न देती है सबको, वीरों का हाथ पकड़ती है
रानी पद्मनी की गाथा ये अमर रहेगी कहानी
जय मातु पद्मनी जय तेरी जय-जय चितौड़ भवानी
याद किया रण योद्धाओं को आँख से छलका पानी है
देश भक्ति रग रग में मिश्रित हम सब हिंदुस्तानी हैं॥