सुन, रात लोरियाँ गा रही है
अंजना वर्मा
(लोरी)
सुन, रात लोरियाँ गा रही है
मुन्ने! तू सो जा
सोए सभी बसेरों में
तू सपनों में खो जा
बादल की चादरिया ओढ़े
झिलमिल-झिलमिल वाली
चंदा मना रहा है नभ के
आँगन में दीवाली
तारों के दीपक जागेंगे
टिमटिम, तू अब सो जा
सुन, रात लोरिया गा रही है
मुन्ने! तू सो जा
निंदिया ने सारी दुनिया पर
कैसा जादू फेरा
सूरज भी थककर सोया है
कैसे ओढ़ अँधेरा
पाखी के पंखों में बच्चे
सोए, तू भी सो जा
सुन, रात लोरिया गा रही है
मुन्ने! तू सो जा
सोए सभी बसेरों में
तू सपनों में खो जा