नीलू तितली

01-07-2021

नीलू तितली

रीता तिवारी 'रीत' (अंक: 184, जुलाई प्रथम, 2021 में प्रकाशित)

बग़ीचे में सारी तितलियाँ फूलों का रस चूस रहीं थीं। वो रंग-बिरंगे फूलों पर बहुत ही सुंदर लग रहीं थीं।

नीलू तितली ने कहा, "इधर आओ! यह देखो कितना सुंदर फूल है।"

रानी तितली बोली, "अरे हाँ! सच में कितना सुंदर फूल है।"

 नीलू तितली ने बताया, "गेंदे का फूल है।"

 सभी तितलियाँ एक साथ बोलीं, "इस बग़ीचे में बहुत ही सुंदर सुंदर फूल हैं। अरे देखो! उधर देखो! पीला गुलाब कितना सुंदर लग रहा है।"

 नीलू तितली कहा, "तुम्हें पता है इन फूलों से इत्र बनाया जाता है, जो बहुत ही सुंगंध भरा होता है।"

 सभी तितलियों ने पूछा, "अच्छा और बताओ हमें तो इसके बारे में पता ही नहीं था।"

 नीलू तितली ने उन्हें बताया, "फूलों का उपयोग शादी, पार्टी, उत्सव और त्योहार में भी किया जाता है। इससे घर आँगन की शोभा बढ़ जाती है।"

सभी तितलियाँ कहने लगीं, "हमें तो पता ही नहीं था कि एक छोटा सा फूल इतने फ़ायदे हैं। हम तो केवल इसका रस चूसते थे।"

नीलू तितली नए फिर कहा, "एक बात बताना भूल ही गई फूलों से बग़ीचे की शोभा भी बढ़ जाती है।"

सभी तितलियाँ ख़ुश हुईं, "आज हमने फूल की विशेषता को जान लिया। इसके फ़ायदे के बारे में जान लिया।"

नीलू तितली ने गर्व से कहा, "फूल है तो ख़ुशबू है।"

 सभी तितलियाँ खिल-खिलाकर हँस दीं।

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