ऐसा क्या है?
नरेन्द्र सोनकर ‘कुमार सोनकरन’
(एक)
घर में
परिवार में
गली में
मोहल्ले में
गाॅंव में
क़्स्बे में
नगर में
शहर में
राज्य में
देश में
दुनिया में
ब्रह्मांड में
ऐसा
क्या है?
विश्वास,
उम्मीद,
प्रेम,
या और कुछ?
जिससे
एक दूसरे से
जुड़े हुए हैं लोग।
(दो)
मंदिर में
मस्जिद में
गुरुद्वारे में
गिरजाघर में
ऐसा
क्या है?
धर्म,
धंधा,
स्वार्थ,
साधना,
या और कुछ?
जिसका
कारण
रहस्य,
और यथार्थ
जानने को परेशान
हैं लोग।
(तीन)
प्यार में
बंधन में
वचन में
वादे में
आशिक़ी में
इश्क़ में
यारी में
दोस्ती में
ऐसा
क्या है?
चाह,
समर्पण,
प्रेम,
या और कुछ?
जिसके वास्ते
एक दूसरे पर
मर-मिटने को
तत्पर हैं लोग।
(चार)
ज्ञान में
विज्ञान में
खेल में
कूद में
पढ़ाई में
कमाई में
सियासत में
मोहब्बत में
दोस्ती में
दुश्मनी में
ऐसा
क्या है?
पद,
प्रतिष्ठा,
ईर्ष्या,
होड़,
या और कुछ?
जिसके लिए
एक दूसरे की टाँग खींचने को
आमादा हैं लोग।
(पाँच)
कविता
कहानी
कथा
नाटक
उपन्यास
फ़िल्म
मूवी
सीरियल
सीरीज़
या अन्य माध्यमों में
ऐसा
क्या है?
साहित्य
समाज
दर्शन
रस
या और कुछ?
जिसे
पढ़ने
समझने
सुनने
देखने
व जानने के लिए
किताब
अख़बार
पत्र-पत्रिका
फ़ेसबुक
व्हाट्सएप
इंस्टाग्राम
या अन्य माध्यमों की
चाहे-अनचाहे
ख़ाक छानते
फिरते हैं लोग।
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