आईना
अंकुर मिश्रा
तेरे बाद ये भी सहना पड़ रहा है
बिन तेरे ही जीना पड़ रहा है
नहीं है कोई मुझसे मेरा हाल तक पूछने वाला
बस इसीलिए घर में आईना रखना पड़ रहा है
तेरे बाद ये भी सहना पड़ रहा है
बिन तेरे ही जीना पड़ रहा है
नहीं है कोई मुझसे मेरा हाल तक पूछने वाला
बस इसीलिए घर में आईना रखना पड़ रहा है