पर्व पर आनंद मनाऊँ कैसे? 

01-11-2024

पर्व पर आनंद मनाऊँ कैसे? 

अंकुर सिंह (अंक: 264, नवम्बर प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

देखी थी रोशनी जिन अपनों संग, 
बिछुड़ उनसे दीप जलाऊँ कैसे? 
रूठे बैठे हैं जो अपने सगे संबंधी, 
बिन उनके मैं तिमिर हटाऊँ कैसे? 
 
रिश्तों में उपहार साथ मिला था, 
रस्म निभाने का बात मिला था। 
फिर उनके बिन पर्व मनाऊँ कैसे? 
जिनसे जन्मों का साथ मिला था॥
 
मेरे अपने मुझसे मुख मोड़ बैठे हैं, 
फिर ग़ैरों संग दीप जलाऊँ कैसे? 
त्योहारों पर छूटा यदि साथ अपना, 
तो इस पर्व पर आनंद मनाऊँ कैसे? 

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