मेरे हाइकु—एक प्रयास

15-01-2022

मेरे हाइकु—एक प्रयास

आशा बर्मन (अंक: 197, जनवरी द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

1.
फूल चन्दन
प्रार्थना व् पूजन
हो शुद्ध मन
 
2.
प्रेम पगे दो
विवाह का बंधन
मधुरतम
 
3.
झर निर्झर,
संगीतमय स्वर
आनंद भर
 
4.
उषा किरण
फैल रहा उजास
मन प्रसन्न
 
5.
हरित पात
रिमझिम बरखा 
सद्यस्नात सा
 
6.
फैला आकाश,
मुक्ति का एहसास
उड़ता पाखी
 
7.
माँ का आँचल
ममता भरा मन
मधुर पल
 
8.
पुस्तकालय
ज्ञान की अराधना
प्रकाशमय
 
9.
माया से मुक्त
सिद्धार्थ बने बुद्ध
हो ज्ञानयुक्त
 
10.  
उदास मन 
वेदनामय क्षण
अकेलापन 
 
11.
भरा भरा सा 
समय का कलश 
रीत ही गया
 
12.
चल निकला 
तर्कों का सिलसिला 
कुछ न मिला
 
13.
तुम हो साथ
है गहरा विश्वास  
मिलाओ हाथ
 
14.
रंग बदल,  
पात गिरा भू पर 
जैसे मानव
 
15.
भावुक मन,
ले कल्पना के रंग 
रचे हैं छंद
 
16.
मेघों की टोली,
रंगों में नहायी सी 
खेलती होली

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