ईश्वर क्या है? 

01-05-2022

ईश्वर क्या है? 

जितेन्द्र 'कबीर' (अंक: 204, मई प्रथम, 2022 में प्रकाशित)

एक उम्मीद है! 
कुछ अच्छा होने की, 
अपने जीवन में
कठिनाइयों से जूझते इंसान के लिए, 
 
एक विश्वास है! 
शान्ति, प्रेम और भाईचारे से
जीवन बिताने की सोच रखने वाले
इंसान के लिए, 
 
एक भ्रम है! 
लगातार शारीरिक-मानसिक कष्टों
एवं यातनाएँ सहते 
और क्रूरतापूर्ण हत्याओं
एवं बलात्कार का शिकार बनते
इंसान के लिए, 
 
एक डर है! 
स्वभाव से डरपोक लोगों को
बुराई के रास्ते पर जाने से
रोकने के लिए, 
 
एक ठहराव है! 
विचारों की कशमकश में 
उलझे हुए मन को
एकाग्र करने के लिए, 
 
एक सहारा है! 
नवीन राहों के अन्वेषण में
अकेले पड़ चुके
इंसान के लिए, 
 
एक हथियार है! 
कुछ चालाक एवं धूर्त लोगों के हाथ में
अपनी मनमानी को न्यायसंगत
ठहराने के लिए
और एक बहाना भी है
पीढ़ी दर पीढ़ी मानसिक ग़ुलामी की
एक परंपरा चलाने के लिए, 
 
ईश्वर! 
जो भी हो, जैसा भी हो, 
वैसा तो बिल्कुल नहीं 
जैसा ज़्यादातर दुनिया सोचती है उसे
अपना काम चलाने के लिए। 

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