समस्याओं से घबरा नहीं,
ये वक़्त है जंग का।
एक दिन तू भी निखरेगा,
ये जुनून है तेरे कर्म का।
क्यों होना निराश जब,
बच्चे हम शेर के है।
ख़ून में है इतिहास बदलना,
जुनून के हम पक्के है।
लड़ेंगे हम आज से,
ख़ुद के सुखद कल के लिए।
बदलेंगे हम वक़्त को,
अपने अम्बर के लिए।
लाएँगे फिर नया सवेरा,
अंधियारी रात के बाद का
मनाएँगे फिर वही दीवाली
जो वजूद है हमारे साथ का।
मत डर इन कंकड़ पत्थर से,
ये फूल एक दिन बन जाएँगे।
तू चमकेगा ऐसे एक दिन
तुझसे सितारे चमक लेने आएँगे।