बरगद और बुज़ुर्ग
संजय वर्मा 'दृष्टि’बरगद और बुज़ुर्ग
होते एक समान
दोनों आसरा देते।
कोई पता पूछता
बरगद और बुज़ुर्ग
के संकेत और नाम
बताते राहगीरों को।
बरगद की लताओं पर
झूलते बच्चे
बुज़ुर्गों की उँगली पकड़
चलते बच्चे
बरगद और बुज़ुर्ग
बन जाते सहारा
बरगद पूजा जाता।
बुज़ुर्ग देते आशीर्वाद
वृक्ष ना काटो
ना झिड़को बुज़ुर्गों को
ये ही तो आसरा
और सहारा
गाँव लगता
इनसे प्यारा है।
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