बिल्ली की दुआएँ
प्रभुदयाल श्रीवास्तवनया साल हो, बिल्ली मौसी,
बहुत मुबारक, चूहा बोला।
मोबाइल पर ही मौसी के,
कानों में मीठा रस घोला।
बेटे चूहे मौसीजी ने,
उसको हँसकर दिया जवाब।
तुम्हें दुआएँ तभी मिलेंगीं,
जब ख़ुद आओ मेरे पास।
अगर दुआएँ मोबाइल पर,
ही मैं तुमको दूँगी।
मेरे बेटे असर ज़रा भी,
तुम पर नहीं करेंगी।
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