थोड़ा रब पर छोड़ दीजे
निहाल सिंह
2122 2122
थोड़ा रब पर छोड़ दीजे
आप ग़ुस्सा छोड़ दीजे
खाइये ख़ुद का पकाया
उसका झूठा छोड़ दीजे
आपके दिल तक है जाना
आप रस्ता छोड़ दीजे
बच्चें भूखे सोते है रोज़
दारू पीना छोड़ दीजे
क्या रखा है लड़ने में यूँ
अब से झगड़ा छोड़ दीजे