कुछ नये रिश्ते ढूँढ़ते हैं 

15-08-2022

कुछ नये रिश्ते ढूँढ़ते हैं 

निहाल सिंह (अंक: 211, अगस्त द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

212   212   122 
 
कुछ नये रिश्ते ढूँढ़ते हैं 
चिट्ठी के पन्ने ढूँढ़ते हैं
 
भीड़ में खो गया मैं जिनसे, 
मेरे वो बेटे ढूँढ़ते हैं 
 
पेड़ पर बैठे बच्चे सारे, 
आम के टुकड़े ढूँढ़ते हैं 
 
गाँव में आये शहर के लोग, 
रास्ते पक्के ढूँढ़ते हैं 
 
बाग़ में फिरते पगले भँवरे, 
फूलों के गुच्छे ढूँढ़ते हैं 

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