चिंगारी से जला नहीं जो

01-12-2023

चिंगारी से जला नहीं जो

अजय अमिताभ 'सुमन' (अंक: 242, दिसंबर प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

चिंगारी से जला नहीं जो, 
उसने कब प्रकाश रचा है, 
अँधेरों में चला नहीं जो, 
उसने कब इतिहास रचा है। 
 
आड़ी तिरछी सी गलियों से, 
जो लड़ते गाथा रचते, 
जिसको सीधी राह मिली हो, 
उसने कब मधुमास रचा है।
 
चिंगारी से जला नहीं जो, 
उसने कब प्रकाश रचा है।

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