कृष्णा वर्मा
शिक्षा : दिल्ली विश्वविद्यालय
प्रकाशित कृतियाँ, वर्ष एवं प्रकाशन :
पुस्तकें :
अम्बर बाँचे पाती, देहरी पर धूप, बरसी सुगंध, सिंदूरी भोर।
संग्रहों में प्रकाशित रचनाएँ :
- यादों के पाखी
- अलसाई चाँदनी
- उजास साथ रखना
- आधी आबादी का आकाश
- पीर भरा दरिया
- स्वप्न-शृंखला
- झरा निर्झर-प्यार
- गीले आखर
- सप्तपर्णा
- भावनाओं के घरौंदे
- लघुकथा अनवरत
- गद्य-तरंग (गद्य-अनुशीलन)
- काव्य-यात्रा (काव्य-अनुशीलन)
- पहाड़ी पर चन्दा
- शैल शिखर, अप्रमेय
- Flame of The Fire
- "Beyond Semblances"
- संभावनाओं की धरती, सपनों का आकाश संकलनों में रचनाएँ आदि।
समीक्षा लेखन :
- "लघुकथा का वर्तमान परिदृश्य"-लघुकथा समालोचना (रामेश्वर काम्बोज ’हिमांशु’)
- “तुम सर्दी की धूप"- काव्य-संग्रह (रामेश्वर काम्बोज ’हिमांशु’)
- “ज़रा रोशनी मैं लाऊँ"- काव्य-संग्रह (डॉ. भावना कुँअर)
- “घुँघरी"-काव्य-संग्रह (डॉ. कविता भट्ट)
- “वादों की परछाइयाँ"- उपन्यास (पूनम चंद्रा ’मनु’)
पत्र-पत्रिकाओं, वेब-पत्रिकाओं में प्रकाशन :
हिन्दी चेतना, गर्भनाल, सादर इण्डिया, नेवा: हाइकु, शोध दिशा, सरस्वती सुमन, अम्स्टेल गंगा, गवेषणा, हरिगंधा, हाइफन, हिन्दी-टाइम्स, पत्र-पत्रिकाओं एवं
नेट : हिन्दी हाइकु, त्रिवेणी, सहज साहित्य, लघुकथा.कॉम , साहित्य कुंज.नेट, अनुभूति-अभिव्यक्ति.ऑर्ग, रचनाकार, उदन्ती.कॉम आदि में हाइकु, ताँका, चोका, सेदोका, माहिया, कविताएँ, क्षणिकाएँ, लघुकथाओं एवं समीक्षाओं का प्रकाशन।
उपलब्धि : सरदार पटेल विश्वविद्यालय की शोधार्थी पूर्वा शर्मा के शोधपत्र के एक अध्याय "सरहद के पार : हिन्दी हाइकुकार" में मेरे हाइकु शामिल।
पुरस्कार : विश्व हिन्दी सचिवालय की अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी कविता प्रतियोगिता (2013) में द्वितीय स्थान प्राप्त।
प्रशस्ति पत्र : हिन्दी प्रचारणी सभा व हिन्दी चेतना (कैनेडा) द्वारा काव्य साधना एवं हाइकु विधा के प्रति अनुराग हेतु प्रशस्ति पत्र की प्राप्ति।
अभिनय : हिन्दी राइटर्स गिल्ड द्वारा मंचित (मित्रो मरजानी) (जनाबाई) (चीफ की दावत) तथा (उधार का सुख) नाटकों में माँ की भूमिका।
सम्प्रति : स्वतंत्र लेखन, हिन्दी राइटर्स गिल्ड की परिचालन निदेशिका। कनाडा की त्रैमासिक पत्रिका हिन्दी चेतना के परामर्श-मंडल की सदस्या।