गिराया भी तूने उठाया भी तूने
रितेश इंद्राश
गिराया भी तूने उठाया भी तूने
उठाकर गले से लगाया भी तूने
महकते बदन को सुंघाया भी तूने
जो कुछ था सब कुछ लुटाया भी तूने
लुटा भी बहुत मैं लुटाया भी मैंने
तेरा साथ देकर बनाया भी मैंने
सँभला बहुत सँभाला भी मैंने
बच्चों के जैसा पाला भी मैंने
जागी रात भर जगाया भी मुझको
पिया भी तूने पिलाया भी मुझको।