सूरज के ज़ुल्म से घबराकर पेड़ के नीचे छुपी सिकुड़ी सिमटी छाया ने कहा
यह मुआ पेड़ बीच में आ गया अन्यथा मज़ा चखाती उस दुष्ट सूरज को।