अनोखा रिश्ता
डॉ. नीरू भट्ट
बालकनी में स्वतः उगी
नीले फूल वाली
जंगली बेल की पतली कोमल शाखाएँ
खिड़की की ओर बढ़ती चली जातीं।
खिड़की के खुलते ही
उसे छूने की चेष्टा करती।
एक सुहावनी सुबह
अपने प्रयास में सफल हो गयी
खिड़की से ऐसी लिपटी
जैसे सालों बाद
किसी बहन ने
भाई की कलाई में
बाँधी हों अनेकों राखी।