लकड़ी की काठी
भावना सक्सैनाखिड़की के पार देखती उदास राशि के सिर पर करिश्मा ने प्यार से हाथ फेरा तो वह पलट कर उससे लिपट गई।
"माँ यह साल कितना बुरा है न, इस साल किसी का बर्थडे ही नहीं हुआ। हर बार सब दोस्तों के जन्मदिन पर कितना मज़ा आता था, हम डोमिनोज और पिज़्ज़ा हट जाकर कितने मज़े करते थे। अब तो मेरा भी बर्थडे आने वाला है, मैंने सोचा था दिसंबर में सब ठीक हो जाएगा और मेरे बर्थडे पर सब दोस्तों के साथ मैं खूब मज़ा करूँगी। लेकिन..." सात वर्षीय राशि सिसक उठी।
करिश्मा जानती है, बच्चे जन्मदिन की पार्टी को लेकर कितना उत्साहित रहते थे... लेकिन 2020 ने सबको घर में बंद कर दिया है। उसने प्यार से अपनी बिटिया को गोद में उठाया और बोली, "लेकिन मम्मा ने अपनी राशि के जन्मदिन की पूरी तैयारी कर रखी है।"
उसने दूसरे कमरे में ले जाकर अपना लैपटॉप ऑन किया और बोली, "देखो, इस बार डोमिनो तो नहीं लेकिन कुछ अलग प्लान है, हमारी राशि के लिए। एक ऑनलाइन मीटिंग करेंगे और सबके साथ मस्ती मज़ाक करेंगे।"
"अरे वाह माँ, सब दोस्तों को देख कर कितना अच्छा लगेगा।"
"हाँ, और ये देखो, आपके सब दोस्तों के लिए दादी के घर के पीछे रहने वाले भूरा चाचा के बनाये लकड़ी के खिलौने भी आर्डर किये हैं।" स्क्रीन पर ढेर सारे रंग-बिरंगे लकड़ी के खिलौनों के चित्र थे। "सबको आपके बर्थडे वाले दिन आपकी तरफ़ से ट्रीट के रूप में एक स्वदेशी खिलौना मिल जाएगा।"
"अरे वाह माँ, आप तो कमाल हैं। भूरा चाचा कितने अच्छे खिलौने बनाते हैं। पिछली बार जब उन्होंने मुझे वह पहिये वाला घोड़ा दिया था और मैंने अपने दोस्तों को दिखाया तो वह सब उस जैसे खिलौने चाहते थे, लेकिन उन्हें वह नहीं मिले थे। रिया तो बहुत सारे मॉल्स में ढूँढ़ने भी गयी थी, लेकिन उसे नहीं मिला। तब मैं सोच रही थी कि इतना अच्छा खिलौना मॉल में क्यों नहीं मिलता?"
करिश्मा मुस्कुराते हुए बोली, "मिलेंगे बेटा, अब सब जगह मिला करेंगे। हमें ही सबसे पहले अपने देश में बने सामान को अपनाना होगा।"
राशि ख़ुशी-ख़ुशी माँ की गोद से उतर अपना लकड़ी का घोड़ा उठा लाई और धीमे-धीमे गाने लगी, 'लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा'...।