ज़मीं आसमान की ताक़त
दौलतराम प्रजापतिज़मीं आसमान की ताक़त
मन की ऊँची उड़ान की ताक़त
चीर दीं छातियाँ ज़मीनों की
देखी तुमने किसान की ताक़त
एक दुश्मन भी दोस्त बन जाये
है ये शीरीं ज़ुबान की ताक़त
मालो दौलत को यार जाने दे
पास में रख ईमान की ताक़त
चाल हम जानते हैं दुनिया की
क्या करेगी मचान की ताक़त